रिपोर्ट : प्रिंस प्रजापति
मऊ। उत्तर प्रदेश मऊ जिले के कोपागंज में वाराणसी-गोरखपुर फोरलेन निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग और निर्माण कार्य में अनियमितताओं को लेकर मऊ जिले के कोपागंज क्षेत्र के फैजुल्लाहपुर निवासी और राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के जिलाध्यक्ष रत्नेश राय ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को पत्र भेजने के साथ-साथ क्षेत्र के सांसद राजीव राय को ज्ञापन देते हुए मामले की जांच की मांग की है।
रत्नेश राय ने ज्ञापन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र को जोड़ने वाली इस फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य 2016 में शुरू हुआ था, और इसे 2019 तक पूरा करना था। लेकिन, सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल होने के कारण सड़क निर्माण के दौरान ही जगह-जगह दरारें और धसाव हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सड़क पर हर 2-3 किलोमीटर पर डाइवर्जन मिलना आम बात हो गई है।
रत्नेश राय का कहना है कि फोरलेन सड़क के निर्माण में कई जगहों पर अंडरपास और स्लीप रोड की स्थिति भी खस्ता है। इन सड़कों का निर्माण मानक के अनुसार नहीं हुआ है, और यह किसी भी तरह से सुरक्षित नहीं हैं।
संगठन के जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि इस सड़के के निर्माण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है, जबकि सड़क का उद्घाटन पहले ही किया जा चुका है। उन्होंने जांच की मांग करते हुए संबंधित अधिकारियों और कार्यदायी कंपनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग ज्ञापन में रत्नेश राय ने स्पष्ट किया कि यदि जल्द ही इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की गई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन सड़क पर आंदोलन करने पर मजबूर होगा।