संसद में गरजे घोसी सांसद राजीव, बोले- महानगरों के लिए मिले ट्रेनों की सुविधा
मुरली मनोहर पांडेय
मऊ। कुर्सी है जनाजा तो नहीं, कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जातें... यह अल्फाज किसी आम जिलेवासी का नहीं, बल्कि जिले की जनता द्वारा चुने गए घोसी लोकसभा के सपा सासंद राजीव राय के हैं। यह दो पंक्ती उन्होंने संसद में व्यापारियों-बुनकरों के हित में ट्रेन चलाने की मांग के संबंध में असमर्थता जताने पर कही। सपा सांसद ने कहा कि मऊ जिला बुनकर बाहुल्य क्षेत्र है। राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने पूरी व्यवस्था तो कर दी कि सब सुविधाएं खत्म हो जाए। अब ऐसे में ट्रेन की सुविधा भी होना जरूरी है। ये बुनकरों के साथ व्यापारियों के लिए संजीवनी का काम होगा। अपने संबोधन में सपा सांसद ने कहा कि पिछले सत्र में मांग उठाते हुए कहा कि मुंबई, दक्षिण सहित बड़े बड़े महानगरों से दोहरीघाट-मऊ को जोड़ने की मांग की गई थी, लेकिन इस संबंध में जो पत्र आया है इसमें असमर्थता जताया गया है। इस पर उन्होंने कहा कि जब आप कुछ कर ही नहीं सकते हैं तो मैं दो लाइन जरूर कहूंगा कि कुर्सी है जनाजा तो नहीं, कुछ कर नहीं सकते तो उतर क्यों नहीं जातें। उन्होंने आगे अपने संबोधन में यह लाइन कहकर कहा कि जब अगर हमारे व्यापारियों के लिए दिल्ली में सब्सिडी नहीं दे सकते हैं तो कम से कम उन्हें व्यापार करने के लिए आने-जाने की सुविधा दें। कहा कि पुन: मांग करता हूं कि मऊ से दिल्ली, मुंबई सहित अन्य महानगरों के लिए ट्रेन की सुविधा मुहैया कराए जाए।