रिपोर्ट : प्रिंस प्रजापति
बिल्थरारोड। क्षेत्र के चन्दाडीह स्थित मातेश्वरी सोनकली देवी मंदिर परिसर में चल रहे श्री हवनात्मक शतचण्डी महायज्ञ में विष्णु ठाकुर कर सानिध्य चल रही बृंदाबन धाम लीला मण्डली द्वारा मीरा और भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति के जीवन्त मंचन किया गया जिसे देख भक्तगण भावविभोर हो गए। लीला मंचन में मीरा ,भगवान श्रीकृष्ण गिरधर गोपाल के प्रेम में पागल है। वही मीरा के पति राणा भोज मीरा को लेने के लिए उनके मायके जाते है और वहाँ से मीरा को लाते है। मायके में मीरा की ननद उद्धा गौरी पूजन करने की बात करती है। इस बात पर मीरा कहती है। हम गौरी पूजन नही करूंगी। हमारा तो एक गिरधर गोपाल है और कोई नही है। इसके बाद उनके पति भोज, मीरा और गोपियों के सो जाने के बाद गिरधर गोपाल की प्रतिमा की चोरी कराकर जमीन में गढ़वा देते है। और प्रतिमा रखें स्थान पर जहरीला सर्प सपेरे से रखवा देते है कि जब मीरा अपने गिरधर गोपाल के पास जाएगी तो सर्प काट लेगा और मीरा की मृत्यु हो जायेगी। किन्तु जब मीरा जागने के बाद सुबह गिरधर के पास जाती है तो गिरधर की मूर्ति को गायब देख पागल सी हो जाती है थोड़े देर में चमत्कार होता है और गिरधर गोपाल प्रगट हो जाते है। मीरा के प्रेम को देख उनके पति भी मीरा का विरोध करना बंद कर देते है। मीरा हर समय गिरधर गोपाल के भक्ति में लीन रहती है। मीरा के श्रीकृष्ण प्रेम के लीला मंचन को देख लीला प्रेमी मंत्रमुग्ध हो गए। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्व विधायक केदारनाथ वर्मा, सदानन्द मिश्र, अवधेश मिश्र, जयप्रकाश मिश्र, सुशील मिश्र, रामजन्म यादव, संजीव वर्मा, अरुण वर्मा, संजय पाण्डेय सहित ग्रामवासियों का सहयोग सराहनीय है।