जनता को न्याय नहीं,अधिकारी-नेताओं की लापरवाही मिली
रिपोर्ट : बीके सिंह
लखीमपुर खीरी। निघासन क्षेत्र में पिछले तीन दशकों से पोस्टमार्टम हाउस की मांग होती रही, लेकिन नतीजा—शून्य। जब भी कोई हादसा होता है, मृतकों के शवों को सैकड़ों किलोमीटर दूर ले जाना पड़ता है।
कौन जिम्मेदार है?
नेता या अधिकारी?
क्यों नहीं उठा कोई इस गंभीर मुद्दे पर ठोस कदम?
आज जब जन शक्ति मंच के संस्थापक राजीव गुप्ता (तिकुनिया वाले) द्वारा पोस्टमार्टम हाउस चालू करने की मांग पर प्रशासन हरकत में आया, तो निघासन CHC के अधीक्षक ने स्वयं फोन कर कहा—
“राजीव गुप्ता जी स्टाफ नहीं है, इसलिए निघासन का पोस्टमार्टम हाउस चालू नहीं हो सकता।”
जब राजीव गुप्ता ने सवाल किया कि ये पत्र किसके निर्देश पर आया, तो जवाब मिला—CMO खीरी।
राजीव गुप्ता ने स्पष्ट निर्देश दिए:
"CMO को पत्र वापस भेज दें कि स्टाफ एलॉट करना अधीक्षक का नहीं, CMO का कार्य है।"
जनता को गुमराह करना बंद करें। जिम्मेदारी निभाइए।
यह हाल है हमारे तंत्र का—जहां अधिकारी जवाबदेही से भागते हैं, और नेता मौन साधे रहते हैं।
जन शक्ति मंच जनता के हक के लिए लड़ रहा है।
हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं।
हर नागरिक को न्याय दिलाना हमारा संकल्प है।