रिपोर्ट - रामदुलारी पटेल
बाराबंकी। जिले में औद्योगिक विकास को रफ्तार देने के लिए प्रशासनिक स्तर पर बड़ी पहल की जा रही है। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने जानकारी दी है कि एमएसएमई MSME विभाग की बंद पड़ी कताई मिलों का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिससे न सिर्फ पुराने संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा, बल्कि युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
जिलाधिकारी ने बताया कि आरएसघाट तहसील क्षेत्र में 80 हेक्टेयर क्षेत्र में एक नए औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना की जा रही है, जो बाराबंकी को उद्योग और निवेश के मानचित्र पर नई पहचान देगा। यह औद्योगिक क्षेत्र विशेष रूप से लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योगों (MSME) के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करेगा।
उद्योगों को बेहतर सुविधाएं मिलने को लेकर जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि औद्योगिक इकाइयों को आधुनिक बुनियादी सुविधाएं, बिजली, जल आपूर्ति, परिवहन और सभी जरूरी अनुमतियाँ एक ही खिड़की प्रणाली के तहत उपलब्ध कराई जाएं। इस दिशा में जिला प्रशासन तेजी से कार्य कर रहा है।
रोजगार सृजन पर जोर डालते हुए शशांक त्रिपाठी ने बताया कि कताई मिलों के पुनर्विकास और नए औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इससे न केवल स्थानीय युवाओं को लाभ होगा, बल्कि बाराबंकी में पलायन की समस्या पर भी अंकुश लगेगा।
निवेश को बढ़ावा मिलने पर ध्यान आकर्षित करते हुए डीएम ने बताया कि बाराबंकी अब धीरे-धीरे निवेशकों की पसंद बनता जा रहा है। सरकार की ओर से उद्योग मित्र योजनाओं और अनुदानों का लाभ उठाने के लिए भी स्थानीय उद्यमियों को प्रेरित किया जा रहा है। प्रशासन का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में बाराबंकी औद्योगिक विकास का एक मॉडल जिला बने।