मुरली मनोहर पांडेय
उन्मुक्त उड़ान मंच की अध्यक्षा व संस्थापिका के नेतृत्व, मार्गदर्शन व दिशा निर्देश में, कर्मठ व समर्पित कार्यकारिणी के उल्लेखनीय सहयोग व प्रभुद्ध व सम्माननीय साहित्यकारों की रेखांकित की जाने वाली सहभागिता से देश प्रेम से ओत प्रोत साप्ताहिक आयोजन के साथ-साथ दैनिक आयोजन भी भली भाँति संपन्न हुए।
*देश के मौजूदा हालात पर सामान्य नागरिक व साहित्यकारों के कर्तव्यों* का भली भाँति उल्लेख करते हुए अत्यंत परिष्कृत शैली में फूलचंद्र विश्वकर्मा ‘भास्कर’ने उत्कृष्ट विषय निरूपण कर मान व सम्मान के योग्य साहित्य मनीषियों को सादर आमंत्रित किया, प्रदत्त साप्ताहिक विषय पर अपनी लेखनी चलाकर अपनी भावाभिव्यक्ति आलेखित करने के लिए।
देश प्रेम से ओत प्रोत इस विषय को सार्थकता दे कर गति प्रदान की 24 रचनाकारों ने। आप सभी के विचारों से यह मंच अभिषिक्त हुआ और साहित्य साधकों को अपने कर्तव्यों का भान भी हुआ।
सप्ताह का आरंभ *बुद्ध पूर्णिमा* के दिन हुआ और मंच के उपाध्यक्ष सुरेश चंद्र जोशी ‘सहयोगी’ने महात्मा बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाल कर उनके महत्वपूर्ण संदेशों को अपने विषय निरूपण में इंगित कर आयोजन प्रभारी का बख़ूबी कर्तव्य निर्वहन किया।
छंद बद्ध रचनाओं में 31 साहित्य साधकों ने घनाक्षरी, दोहा, हाइकु, कुण्डलियाँ,मुक्तक विधाओं में रचनाएँ प्रेषित कर मंच को सुशोभित किया।
सप्ताह के द्वितीय दिवस पर *मातृ सप्ताह एक नज़र में* घनाक्षरी विधा में सृजन व वीडियो प्रस्तुति हुई।
आयोजन प्रभारी रेखा पुरोहित ‘तरंगिणी’ ने सभी रचनाकारों की रचनाओं का यथासंभव व यथोचित उत्साहवर्धन, मार्गदर्शन व संशोधन भी करते हुए अपने कर्तव्य को बहुत सुंदर ढंग से निभाया।
रचनाकारों ने चंद शब्दों में संपूर्ण मातृ सप्ताह को समाहित कर अपने क़लम कौशल का परिचय दिया।
बुधवार *आओ मिल कर करें प्रार्थना सैनिकों के लिए* सार गर्भित व सटीक विषय निरुपण के साथ आयोजन प्रभारी किरण भाटिया नलिनी ने सह रचनाकारों को सादर आमंत्रित किया विषय को सार्थकता प्रदान की।
सामूहिक प्रार्थना के बल को समझते हुए 25 रचनाकारों ने अपनी क़लम के माध्यम से हमारे प्यारे भारत के सैनिक भाइयों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
बृहस्पतिवार का विषय *पहल हम नहीं करते नीचे फिर नहीं हटते* को अत्यंत ख़ूबसूरती से आयोजन प्रभारी दिव्या भट स्वयं ने आलेखित कर देश प्रेमी व
ओजस्वी रचना कारों को ओज रस से परिपूरित कविताओं का सृजन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
33 रचनाकारों की सहभागिता से मंच पर देश प्रेम की बयार का आविर्भाव हुआ।
आयोजन को समापन की ओर ले जाते हुए स्वैच्छिक विषय व विधा में भी देश प्रेम से संबंधित रचनाएँ ही सृजित कर मंच पर प्रेषित की गई।
54 रचनाकारों की सहभागिता से यह मंच कृतार्थ हुआ और सभी के मिले जुले प्रयासों से सभी आयोजन पूर्णतया सफल हुए।
विशेष आकर्षण का विषय 15 नए रचनाकारों ने पहली बार अपनी रचनाएँ इस मंच पर प्रेषित की।
उन्मुक्त उड़ान परिवार आप सभी का दिल की गहराई से अभिनंदन करता है।
अत्यंत सक्रियता व समर्पित भाव से रचनाकारों की सहभागिता के साथ-साथ, मंच की कार्यकारी अध्यक्षा नीरजा शर्मा अवनि व अभिकल्पक प्रभारी नीतू रवि गर्ग कमलिनी ने सभी रचनाकार व आयोजन प्रभारियों को ६८ सम्मान पत्र दे कर सम्मानित किया।
सप्ताह भर चले आयोजन के सहभागी रचना कार
नंदकिशोर, अरुण ठाकर ‘कवित्त’, संजीव भटनागर ‘सजग’,अशोक दोशी ‘दिवाकर’,सुरेशचंद्र जोशी ‘सहयोगी’,विनीता नरुला‘प्रसन्ना’,माधुरी शुक्ला ;शुभांगी’, रंजना बिनानी ;स्वरागिनी’,स्वर्ण लता सोन ‘कोकिला’संगीता चमोली ‘इंदुजा’, दिव्या भट्ट ‘स्वयं’,माधुरी श्रीवास्तव,सुरेंद्र बिंदल,सुरेश सरदाना,अनु तोमर ‘अग्रजा’,नृपेंद्र चतुर्वेदी ‘सागर’,सुनीता तिवारी ‘सौम्या’,वीना टण्डन ‘पुष्करा’, डॉ अनीता राजपाल ‘वसुंधरा’, प्रजापति श्योनाथ सिंह ‘शिव’, डॉ सरोज, एकता गुप्ता काव्या ‘महक’,नंदा बमराड़ा ‘सलिला’ नीरजा शर्मा अवनि,डॉ. हर्ष 'मधुर’,चन्द्रभूषण 'निर्भय',बाबूलाल नायक,कृष्ण कांत मिश्र 'कमल' मंजुला सिन्हा 'मेघा',शरद एस पी जैन,मुदिता ठाकर वंदना मिश्रा,मीनाक्षी सकुमारन,जानकी मिश्रा अनामिका मिश्रा 'अनुजा’,कृष्णा वाघमारे,
बृजभूषण प्रसाद,डॉ.पूनम सिंह 'सारंगी',वीरेंद्र सोनी डॉ. रश्मि अग्रवाल 'रत्न',डॉ.पूर्णिमा पाण्डेय 'पूर्णा'दिव्यांजली,अरुण सक्सैना, सविता मेहरोत्रा सुगंधा,नीतू रवि गर्ग 'कमलिनी',सुमन किमोठी 'वसुधा',संगीता मुरसेनिया,अंजू श्रीवास्तव,रेखा पुरोहित 'तरंगिणी',डॉ. सुभाष चन्द्र गर्ग 'पार्थ',माधुरी श्रीवास्तव 'यामिनी',डॉ. रामकुमार झा 'निकुंज'शिखा खुराना 'कुमुदिनी'ने प्रत्येक आयोजन को गति प्रदान करते हुए भव्यता प्रदान की।
मंच संस्थापिका व अध्यक्षा ने सभी प्रतिबद्धित व आस्थावान सजन कारों का आभार प्रकट करते हुए
आगामी आयोजन में अपनी गरिमामयी उपस्थिति के लिए सादर आमंत्रित किया।
