मुरली मनोहर पांडेय
मथुरा। मथुरा जिले में दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे पर मंगलवार को घने कोहरे के कारण एक भीषण सड़क हादसा हो गया। इस दुर्घटना में सात बसें और तीन कारें आपस में टकरा गईं, जिसके बाद कई वाहनों में आग लग गई। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और यात्रियों में चीख-पुकार मच गई।सूचना मिलते ही पुलिस, जिला प्रशासन और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। करीब 11 फायर ब्रिगेड और 14 एंबुलेंस राहत एवं बचाव कार्य में जुटी रहीं। डीएम, एसएसपी, सीओ और एसडीएम भी मौके पर मौजूद रहे। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया है, जबकि एहतियातन एक्सप्रेसवे के इस हिस्से में यातायात को अस्थायी रूप से रोक दिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पहले एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हुआ, जिसके बाद पीछे से आ रही बसें और कारें आपस में टकरा गईं। टक्कर के बाद तीन से छह बसों में आग लग गई। हादसे के समय बसें पूरी तरह यात्रियों से भरी हुई थीं। एक यात्री ने बताया कि वह बस में सो रहा था, तभी तेज आवाज के साथ आग फैल गई और भगदड़ मच गई।एसएसपी मथुरा श्लोक कुमार ने बताया कि हादसे में अब तक छह लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 25 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है। मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने मथुरा सड़क हादसे का संज्ञान लेते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों को बेहतर और समुचित इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन की ओर से पीड़ितों को हर संभव मदद दी जा रही है।
