रिपोर्ट : प्रिंस प्रजापति
गोला गोकर्णनाथ (खीरी)। मनरेगा मज़दूर मिस्त्री महासंघ भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विश्वकर्मा समाज के वरिष्ठ नेता ऋषि संतोष कुमार शर्मा ने अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं लोकतंत्र सेनानी छेदी लाल शर्मा (विश्वकर्मा) के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि छेदी लाल शर्मा का निधन भोपाल के एक निजी अस्पताल में 95 वर्ष की आयु में हो गया। इस अवसर पर दिनांक 16 दिसंबर 2025 को गोला गोकर्णनाथ स्थित मनरेगा मज़दूर मिस्त्री महासंघ के राष्ट्रीय कार्यालय पर शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा को संबोधित करते हुए ऋषि संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि छेदी लाल शर्मा के निधन से देश के 16 करोड़ विश्वकर्मा समाज और लगभग 40 करोड़ मज़दूर मिस्त्रियों को अपूरणीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई संभव नहीं है।
उन्होंने बताया कि छेदी लाल शर्मा का जन्म उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में हुआ था। वे एक प्रधानाध्यापक के पद से त्यागपत्र देकर बढ़ई, लोहार, सुनार, ठठेरा, शिल्पी, अति पिछड़ा एवं अति दलित वर्ग के अधिकारों के लिए पूरे देश में संघर्षरत रहे। उन्होंने भारत के तत्कालीन गृहमंत्री ज्ञानी जेल सिंह के साथ कानपुर में विश्वकर्मा समाज का ऐतिहासिक सम्मेलन आयोजित कराया था, जिसमें उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। समाज में उन्हें “विश्वकर्मा समाज का बापू” कहा जाता था।
ऋषि संतोष कुमार शर्मा ने कहा कि छेदी लाल शर्मा एक सच्चे लोकतंत्र सेनानी थे। वे कई बार अपनी ग्राम पंचायत से ग्राम प्रधान रहे तथा कांग्रेस के टिकट पर विधायक का चुनाव भी लड़ा, हालांकि वे कुछ मतों से हार गए थे।
शोक सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय प्रभारी मिश्रा शर्मा ने कहा कि देश के करोड़ों विश्वकर्मा उनके संघर्षों को सदैव याद रखेंगे और युवा पीढ़ी उनसे प्रेरणा लेती रहेगी।
शोक सभा में प्रदेश अध्यक्ष पं. वेद प्रकाश शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवकुमार शिल्पकार, राष्ट्रीय सदस्य तेजवाली राजवंशी, सुभाष मिश्रा, बी.डी.सी. सुरेश बरेठा, सुंदरम शुक्ला, कमलाकांत मिश्रा, एडवोकेट दिनेश मिश्रा, रामपाल श्रीवास्तव, रमाकांत दीक्षित, रतिराम राजवंशी, माया देवी शर्मा (ग्राम पंचायत सदस्य) सहित अनेक लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित लोगों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना की।
