रिपोर्ट : प्रिंस प्रजापति
बलिया। उत्तर प्रदेश बलिया जिले के बांसडीह सीएचसी के अंतर्गत तीन न्यू पीएचसी अस्पताल चल रहे हैं। ये अस्पताल चांदपुर, मंगलपुरा और राजागांव खरौनी में स्थित हैं।
हर पीएचसी में 11 कर्मचारियों के पद स्वीकृत हैं। इनमें एक डॉक्टर, एक एमओसीएच, एक लैब टेक्नीशियन, एक लैब असिस्टेंट, एक फार्मासिस्ट, दो वार्ड बॉय, दो वार्ड आया, एक स्वीपर और एक एनएम शामिल हैं। वर्तमान में राजागांव खरौनी और मंगलपुरा में चिकित्सक नहीं हैं। कहीं एक वार्ड बॉय तो कहीं एक फार्मासिस्ट के सहारे अस्पताल चल रहे हैं। प्रत्येक अस्पताल लगभग 30 हजार की आबादी को सेवाएं देने के लिए स्थापित किया गया है।
राजागांव खरौनी न्यू पीएचसी में रामपुर, किर्रतुपुर, टैयाटोला, खेवसर और गोड़धप्पा के मरीज आते हैं। मंगलपुरा पीएचसी में सुल्तानपुर, सकरपुरा, सैदपुरा, गोसाईपुर, मंझरिया, बरियारपुर, बलुआ और केवटलिया चौबे के लोग इलाज कराते हैं।
चांदपुर पीएचसी कोलकला, चितबिसाव खुर्द, बभनौली, मथौली, महराजपुर, दीयराभागर और धीरा छपरा के मरीजों को सेवाएं देता है।
डॉक्टरों की कमी के कारण लोगों को झोलाछाप चिकित्सकों का सहारा लेना पड़ता है। गंभीर स्थिति में मरीजों को बांसडीह सीएचसी रेफर किया जाता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने कहा कि वे स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने जल्द ही चिकित्सकों की नियुक्ति कर ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का आश्वासन दिया है।