रिपोर्ट : प्रिंस प्रजापति
बलिया। बलिया के बांसडीह तहसील स्थित बेरूआरबारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार रात को बिजली न होने से चार महिलाओं का प्रसव मोबाइल टॉर्च की रोशनी में कराना पड़ा। एक समय में जिले के सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य केंद्रों में शामिल यह अस्पताल अब बुनियादी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहा है।
अस्पताल का 25 केवीए का ट्रांसफॉर्मर हर दूसरे दिन खराब हो जाता है। जेनरेटर में ईंधन नहीं है। पिछले साल 20 लाख रुपये की लागत से लगाए गए सोलर पैनल रखरखाव के अभाव में बेकार पड़े हैं। इस वजह से मरीजों और स्टाफ को भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
राजपुर की नीतू देवी, अछूही की मंजू देवी, आदर की पिंकी देवी और अपायल की रजिया खातून का प्रसव अंधेरे में कराया गया। मरीजों और प्रसूताओं के भोजन-नाश्ते की व्यवस्था भी कई महीनों से बंद है। कैंटीन संचालक का बकाया भुगतान नहीं होने से यह सेवा ठप है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव वर्मन ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच समिति गठित की है। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा अधिकारी से जवाब तलब किया है। साथ ही स्वास्थ्य केंद्र की सभी समस्याओं को जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिए हैं।
