रिपोर्ट : प्रिंस प्रजापति
लखीमपुर, खीरी। खमरिया थाना क्षेत्र में लगातार बढ़ती चोरी की घटनाओं ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर चोर गैंग बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहा है, वहीं दूसरी ओर जिम्मेदार अधिकारी निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। हालात ऐसे बनते जा रहे हैं कि जिले के संवेदनशील और अनुशासनप्रिय पुलिस अधीक्षक की साख पर भी असर पड़ता दिखाई दे रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार/गुरुवार की रात खमरिया थाना क्षेत्र के लखपेड़ा और फत्तेपुर गांवों में चोरों ने जमकर तांडव मचाया। चोरों ने एक ही रात में 6 घरों और 2 दुकानों को निशाना बनाते हुए लाखों रुपये की नकदी व जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। लगातार हो रही चोरियों से ग्रामीणों में भय और आक्रोश का माहौल है।
ग्राम पंचायत लखपेड़ा निवासी अनुज राजपूत पुत्र रामदुलारे के घर चोर पीछे की दीवार के सहारे छत पर चढ़े और सीढ़ी के रास्ते नीचे उतरकर कमरे में रखे बक्से तोड़ दिए। चोर दो छोटे बक्से उठा ले गए। पीड़ित के अनुसार बक्सों और रैक में रखे करीब 1 लाख 60 हजार रुपये नकद और लगभग 10 लाख रुपये कीमत के जेवरात चोरी कर लिए गए। गुरुवार सुबह घर के पीछे खेत में टूटे ताले वाले बक्से बरामद हुए, सामान बिखरा पड़ा मिला, वहीं बैग भी खाली मिले। इसी गांव में रामपाल पुत्र टीकाराम के घर से चोर मंगलसूत्र उठा ले गए। रामकिशोर पुत्र भारत के घर चोर कुंडी तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन आहट होने पर घर की महिला के जाग जाने से चोर भाग निकले। बनवारी पुत्र चूरामन के घर भी चोर घुसे, मगर गृहस्वामी के जाग जाने पर बिना कुछ लिए फरार हो गए। पड़ोसी गांव फत्तेपुर में चोरों ने श्यामू शुक्ला पुत्र पैकरमा और मुनुवा बाजपेई के खोखे काटकर उनमें रखा सामान और नगदी चोरी कर ली। इसके अलावा रामलखन अवस्थी के घर ताला तोड़कर घुसे चोरों के हाथ ज्यादा कुछ नहीं लगा। गृहस्वामी की नींद खुलने पर चोर ठंड से बचाव के लिए एक शॉल उठाकर फरार हो गए। रामलखन के भतीजे सुधीर अवस्थी के घर के भी ताले काटे गए। सुधीर लखनऊ में रहते हैं। उनके घर से गृहस्थी का सामान चोरी हुआ। सुधीर के अनुसार उनके घर में पहले भी कई बार चोरी हो चुकी है।
ग्रामीणों का आरोप है कि चोरी की सूचना देने के बावजूद पुलिस की प्रतिक्रिया बेहद सुस्त रही। न तो रात्रि गश्त बढ़ाई गई और न ही संदिग्धों पर कोई सख्त नजर रखी जा रही है। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते प्रभावी कार्रवाई होती तो चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सकता था।
जिले के पुलिस अधीक्षक को आमतौर पर एक संवेदनशील और सक्रिय अधिकारी के रूप में जाना जाता है, लेकिन खमरिया थाना क्षेत्र में लगातार बिगड़ती कानून-व्यवस्था उनकी साख पर सवाल खड़े कर रही है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि थाना स्तर की लापरवाही पर तुरंत अंकुश नहीं लगाया गया, तो जनता का पुलिस से भरोसा उठता चला जाएगा।
अब देखना यह है कि उच्चाधिकारी खमरिया थाना क्षेत्र में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को कितनी गंभीरता से लेते हैं और जिम्मेदारों पर कब कार्रवाई होती है। क्षेत्रवासियों को उम्मीद है कि जल्द ही पुलिस सख्त कदम उठाकर सक्रिय चोर गैंग पर लगाम लगाएगी।
