मुरली मनोहर पांडेय
उन्मुक्त उड़ान साहित्यिक मंच ने अपनी स्थापना के एक वर्ष पूर्ण होने का उत्सव अत्यंत गरिमामय एवं उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाया। इस मंच की स्थापना 9 दिसंबर 2024 को नौ रचनाकारों के साथ की गई थी, जो आज निरंतर साहित्यिक साधना और सृजन के पथ पर अग्रसर होते हुए 1300 से अधिक सदस्यों का सशक्त साहित्यिक परिवार बन चुका है। मंच की संस्थापक एवं अध्यक्षा डॉ. दवीना अमर ठकराल “देविका” के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में प्रथम वार्षिकोत्सव का आयोजन 8 दिसंबर से 13 दिसंबर तक किया गया। इस अवसर पर विभिन्न साहित्यिक गतिविधियाँ आयोजित की गईं। 8 व 9 दिसंबर को “उन्मुक्त उड़ान मंच परिवार के साथ मेरा एक वर्ष का सफ़र” विषय पर वीडियो प्रस्तुति आयोजित की गई, जिसमें 40 रचनाकारों ने सहभागिता की।
8 से 13 दिसंबर तक “उन्मुक्त उड़ान मंच… एक साहित्यिक परिवार” विषय पर छह दिवसीय साप्ताहिक आयोजन संपन्न हुआ, जिसमें 25 रचनाकारों ने अपनी सशक्त प्रस्तुतियाँ दीं।
10 एवं 11 दिसंबर को मंच द्वारा प्रदत्त विषय एवं आयोजन पर छंदमुक्त कविता लेखन हुआ, जिसमें 20 रचनाकारों ने भाग लिया। 12 एवं 13 दिसंबर को “उन्मुक्त उड़ान मंच के साथ बिताए गए एक वर्ष के खट्टे-मीठे अनुभव” विषय पर संस्मरण विधा में 24 रचनाकारों ने अपनी भावपूर्ण अभिव्यक्तियाँ प्रस्तुत कीं। वार्षिकोत्सव के अंतर्गत सभी सहभागी रचनाकारों को उन्मुक्त गौरव सम्मान, उन्मुक्त कीर्ति सम्मान, उन्मुक्त श्रेयस सम्मान, उन्मुक्त प्रखर सम्मान तथा उन्मुक्त आयोजन सारथी सम्मान से नयनाभिराम सम्मान-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। सम्मानित रचनाकारों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से मंच के प्रति अपने हृदयगत भावों को प्रभावशाली ढंग से अभिव्यक्त किया। मंच की अध्यक्षा, संस्थापिका, संचालिका एवं संयोजिका डॉ. दवीना अमर ठकराल “देविका” के कुशल निर्देशन में प्रस्तुत सभी रचनाओं ने मंच को भावसिक्त कर दिया। रचनाकारों की ये भावनात्मक अभिव्यक्तियाँ मंच के प्रति उनके समर्पण, निष्ठा तथा साहित्य के प्रति अटूट प्रेम को स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं। साहित्य का यह उन्मुक्त, सृजनशील और प्रेरणादायी सफ़र निरंतर, अबाध रूप से यूँ ही आगे बढ़ता रहे-यही सभी की अभिलाषा है।
