रिपोर्ट : प्रिंस प्रजापति
मऊ। जनपद की चार विधानसभाओं में पड़ने वाली घोसी विधानसभा की सीट इस कदर महत्वपूर्ण है कि इसके लिए सभी दल अपना ताकत झोक देते हैं हालांकि सीट पर पिछले पांच बार से कभी हाल ही में निधन हुए समाजवादी पार्टी के विधायक सुधाकर सिंह कभी बिहार के राज्यपाल रहे माननीय फागू चौहान जी तो कभी दारा सिंह चौहान जी का कब्जा रहा है अगर देखा जाए तो यह सीट इसलिए भी चर्चा में रहती है कि इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक फागू चौहान जी को जब राज्यपाल बिहार बना दिया गया था तो यह सीट खाली हो गई थी और खाली हुए सीट पर जब उप चुनाव हुआ तो भारतीय जनता पार्टी ने विजय राजभर को प्रत्याशी बनाया विजय राजभर चुनाव जीत गए आगामी विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उसे विधानसभा सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखना चाहती थी लेकिन अमित शाह के अति करीबी और भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दारा सिंह चौहान भाजपा को छोड़कर के समाजवादी पार्टी में चले गए समाजवादी पार्टी ने उनका टिकट भी दिया और दारा सिंह चौहान चुनाव जीत गए दारा सिंह चौहान तो जीते लेकिन उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी एक बार फिर दारा सिंह चौहान पलटी मार विधानसभा से इस्तीफा दिया उत्तर प्रदेश सरकार में उनको मंत्री बना दिया गया और घोसी विधानसभा सीट खाली हो गई उपचुनाव हुआ दारा सिंह चौहान को भारतीय जनता पार्टी ने टिकट दिया वहीं अपने पुराने साथी और समाजवादी चिंतक पूर्व विधायक सुधाकर सिंह को समाजवादी पार्टी ने चुनाव मैदान में उतार दिया दारा सिंह चौहान मंत्री रहते हुए उत्तर प्रदेश में सरकार रहते हुए उप चुनाव हार गए वह अलग विषय है कि उन्हें विधान परिषद सदस्य बनाया गया और विधानपरिषद सदस्य बनने के साथ ही वह मंत्रिमंडल में बने रहे लेकिन उपचुनाव में सुधाकर सिंह को ऐतिहासिक जीत हुई और वह लगभग 40000 मतों से अधिक मतों से चुनाव जीत गए 27 का विधानसभा का चुनाव होना है उसके पहले ही। स्वर्गीय सुधाकर सिंह का निधन हो गया निधन के बाद जिस तरह से श्रद्धांजलि सभा में दलगत भावनाओं की सीमाओं को तोड़कर सभी लोगों ने अपने लोकप्रिय नेता सुधाकर सिंह को श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुंचे घोसी विधानसभा में उपचुनाव होना है समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक स्वर्गीय सुधाकर सिंह के पुत्र और घोसी के पूर्व ब्लाक प्रमुख डॉक्टर सुजीत सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है घोसी की जनता यह भी कह रही है कि सुधाकर सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब डॉक्टर सुजीत सिंह को जीत करके विधानसभा में भेजा जाएगा अब सवाल यह पैदा होता है कि डॉक्टर सुजीत सिंह को केसरिया का कौन टक्कर देगा कई नाम की चर्चा चल रही है पहला नाम विजय राजभर का है विजय राजभर एक बार वहां उप चुनाव लड़कर के जीत चुके हैं उनके पक्ष में परिणाम जा चुका है वहीं दूसरा नाम जिला पंचायत के अध्यक्ष और घोसी विधानसभा से बसपा से चुनाव लड़ छात्र राजनीति के उपज माननीय मनोज राय को भी चुनाव लड़ने की चर्चा है वही शकुंतला चौहान की नाम की भी चर्चा खूब हो रहा है इसके अलावा भी कई नाम ऐसे हैं जिसमें राकेश मिश्रा भारतीय जनता पार्टी की पूजा राय समेत कई बड़े नाम की चर्चा चल रही है लेकिन असमंजस की स्थिति यह बनी हुई है कि भारतीय जनता पार्टी डॉक्टर सुजीत सिंह के खिलाफ किसको चुनाव मैदान में उतरेगी केसरिया कौन उठायेगा और डॉक्टर सुजीत सिंह को ठक्कर कौन देगा वैसे तो यह एकदम स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी नामांकन के अंतिम दिन तक अपने नाम की घोषणा करती है और नामांकन कर देती है कुछ कह पाना बहुत कठिन होता है भारतीय जनता पार्टी के रणनीति में है लेकिन एक बात तो एकदम स्पष्ट हो गया है कि जिस तरह से समाजवादी पार्टी ने स्वर्गीय सुधाकर सिंह के लड़के डॉक्टर सुजीत सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है इससे यह साफ संकेत मिलता है कि समाजवादी कुनबा माननीय सुधाकर सिंह जी को श्रद्धांजलि देना चाहती है देखना यह है कि घोसी विधानसभा की जनता क्या सुधाकर सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि देगी यह आने वाला समय ही बता पाएगा लेकिन डॉक्टर सुजीत सिंह को टिकट मिलने के बाद क्षेत्र में या काफी चर्चा है कि यह उप चुनाव सुजीत सिंह जीतेंगे दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर के लोग डॉक्टर सुजीत सिंह को वोट करेंगे इस संदर्भ में जब घोसी की जनता से संपर्क किया गया और जब पूछा गया कि आपका कौन होगा विधायक तो सब लोगों ने एक ही बात कहा कि डॉक्टर सुजीत ही सुधाकर हैं हमें इंतजार करना है आने वाले समय का की आखिर केसरिया से कौन होगा उम्मीदवार क्या बसपा घोसी विधानसभा में बनाएगी दूरी कांग्रेस PDA धर्म का करेगी निर्वहन अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है स्पष्ट है तो सिर्फ यह है कि डॉक्टर सुजीत सिंह को समाजवादी पार्टी ने अपना प्रत्याशी बना लिया है।
