रिपोर्ट:प्रिंस प्रजापति
लखीमपुर खीरी के फरधान थाना क्षेत्र के रुकनापुर गांव में रामजानकी मंदिर की सरकारी जमीन से अवैध रूप से पेड़ काटे जाने का मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता श्रवण कुमार ने क्षेत्रीय लेखपाल पर मिलीभगत का आरोप लगाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। श्रवण कुमार के अनुसार, गांव में स्थित रामजानकी मंदिर से संबंधित गाटा संख्या 380 (रकबा 1.541 हेक्टेयर) पर कई पेड़ लगे थे। इनमें से लगभग तीन माह पहले एक सिरसा का पेड़ अवैध रूप से काट दिया गया था। इसके बाद, हाल ही में गाटा संख्या 380 से ही चांदी के दो हरे और मोटे पेड़ भी काटे गए। शिकायतकर्ता ने बताया कि क्षेत्रीय लेखपाल ने चांदी के इन दोनों पेड़ों की लकड़ी अनन्तराम पुत्र बाबूराम को सुपुर्दगी में दे दी थी। ग्रामीणों ने इसकी गवाही भी दी है। हालांकि, बाद में लेखपाल, अनन्तराम तिवारी और उनके पुत्रों पर मिलीभगत कर इस लकड़ी को चोरी-छिपे किसी अज्ञात ठेकेदार को बेचने का आरोप है। यह संपत्ति सार्वजनिक है और राजस्व विभाग के अभिलेखों में 'मरघट' के नाम दर्ज है। श्रवण कुमार ने बताया कि उन्होंने पहले भी पेड़ काटे जाने को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। हाल ही में, उन्होंने उपजिलाधिकारी सदर को एक और शिकायत पत्र प्रस्तुत किया है। शिकायतकर्ता श्रवण कुमार ने विपक्षीगणों से अपनी जान को खतरा बताया है। उन्हें आशंका है कि लेखपाल की संलिप्तता के कारण मामले की जांच भी वैधानिक तरीके से नहीं की जा रही है। उन्होंने प्रशासन से सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने, अवैध कब्जेदारों से मंदिर की भूमि को मुक्त कराने, काटी गई लकड़ी की नीलामी कर सरकारी खजाने में धन जमा करने और मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की अपील की है।

